‘‘ आखों के लिये हानिकारक है देर रात तक मोबाईल चलाना ’’
देर रात तक मोबाईल चलाने से आखों की रोशनी प्रभावित होती है। मोबाईल से निकलने वाली विकिरण आखों की रेटिना पर असर डालती है। इसी प्रकार रंगीन टी.वी. को कम से कम 20 फिट की दूरी से देखना चाहिए। आखों की सुरक्षा से संबंधित ये बातें शासकीय शहीद कौशल यादव महाविद्यालय गुण्डरदेही में विश्व दृष्टि दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यशाला में आये सहायक नेत्राधिकारी श्री सी.पी.साहू ने कही। इन्होंने नेत्र को हाथ से न छूकर साफ कपड़े या रूमाल का इस्तेमाल करने का सलाह दिया। सहायक नेत्राधिकारी श्री बी.एल.बारले ने मधुमेह, चेचक एवं कुपोषण के कारण होने वाली नेत्र समस्याओं के बारे में बताया।
नेत्र सहायक अधिकारी श्री घनश्याम पुरी ने बताया कि विश्व में 3 करोड़ सात लाख लोग अंधत्व के शिकार है। उन्होंने ने बताया कि धान की बाली आखों में लगने से एवं पटाखों की तेज रोशनी भी आखों को नुकसान पहुंचाती हैं। समय पर आखों का ईलाज करना आवश्यक है।
स्वास्थ्य सुपरवाईजर श्री एस.आर.रंगारी ने बताया कि खान - पान का सही इस्तेमाल एवं सब्जी, फलों को धोकर खाने से आखों से संबंधित समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि धुल और धुआँ से आखों को बचाना चाहिए।
कार्यक्रम में आये विशेषज्ञों का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए महाविद्यालय की प्राचार्य डाॅ.(श्रीमती) श्रद्धा चन्द्राकर ने आंखों को अनमोल बताते हुए इसके सुरक्षा के प्रति सतर्क रहने का सुझाव दिया। इन्होंने कहा कि आंखो में कोई समस्या उत्पन्न होने पर घरेलू उपचार या नीम - हकीम के पास न जाये। बल्कि तुरंत नेत्र चिकित्सक से संपर्क करें।
कार्यक्रम का संचानल डाॅ.के.डी.चावले ने किया इस अवसर पर महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डाॅ.(श्रीमती) चन्दना बोस एवं सहायक प्राध्यापक डाॅ.डी.आर.मेश्राम, प्रो.डी.एस.सहारे, डाॅ.(श्रीमती) निगार अहमद, डाॅ.ए.के.पटेल एवं अतिथि व्याख्याता डाॅ.पूजा सिंह, डाॅ.तृप्ति राजपूत, डाॅ.तारेश्वरी गजपाल, प्रो.निशा देशलहरे, प्रो.दशरथ कुमार जोशी, श्री थान सिंह साहू, श्री जयप्रकाश यदु एवं बड़ी संख्या में महाविद्यालय के छात्र - छात्राएं एवं रा.से.यो. के स्वयं सेवक, महाविद्यालयीन कर्मचारी उपस्थित थे।